Artist: Prayas Rokde
Lyrics of Artist: Prayas Rokde
Lyrics of Artist: Prayas Rokde
[Lyric] Mamuli Khayal (Prayas Rokde)
होठों से निकल कर रूह तक पहुँचना है ये बात तो तय है। सफर जो भी हो क्या फर्क़ है नभ इत्मीनान ना सही तो बामुश्किल हो जाएँ। बेहद मामूली से लगते कुछ खयालों ने सोचा क्यूँ न कभी गुच्छा बन एक खूबसूरत ग़ज़ल हो जाएं। बेहद मामूली से लगते कुछ खयालों ने सोचा। बंजर मैदानों पर मुरझा कर दम तोड़ देना नहीं है अपनी फितरत अब वक़्त है के मिल कर एक लहलहाती फसल हो...Learn MorecountryPrayas Rokde